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उलुगबेगसॉरस: टायरानोसॉरस से पहले का विशालकाय शिकारी

प्रागैतिहासिक काल के रहस्यमय जीवों में अब एक नया नाम जुड़ गया है — Ulughbegsaurus uzbekistanensis। यह नाम सुनने में नया जरूर लगे, लेकिन इसका अस्तित्व लगभग 90 मिलियन वर्ष पहले का है, जब धरती पर टायरानोसॉरस भी पूरी तरह से हावी नहीं हुआ था।

एक भूला-बिसरा शिकारियों का राजा

उज़्बेकिस्तान के Bissekty Formation से मिले जबड़े की एक विशाल हड्डी के आधार पर paleontologists ने इस विशालकाय शिकारी की पहचान की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह डायनासोर 7.5 से 8 मीटर लंबा और 1,000 किलोग्राम से अधिक वज़न वाला था। इसे Carcharodontosauria नामक थेरोपोड प्रजातियों के परिवार में रखा गया है — वही समूह जो कभी T. rex से पहले पृथ्वी के सबसे घातक शिकारी माने जाते थे।

वह था ‘Apex Predator’

उलुगबेगसॉरस एक सच्चा अग्रणी शिकारी (apex predator) था। इसके पास मांस फाड़ने वाले विशाल जॉज़ और तेज़ दाँत थे — ये शिकार को कुचलने नहीं, बल्कि चीरकर खाने के लिए बने थे। यह विशेषता इसे T. rex जैसे बाद के शिकारी डायनासोरों से अलग बनाती है, जो हड्डियाँ भी कुचल सकते थे।

शोधकर्ता डॉ. डार्ला ज़ेलेनित्सकी ने कहा,

“इस डायनासोर का आकार एक ग्रिज़ली भालू जैसा था, और इसके साथ रहने वाला टायरानोसॉरॉइड एक कोयोट की तरह छोटा।”

Ulughbegsaurus की उपस्थिति ने उस समय के छोटे टायरानोसॉरॉइड्स जैसे Timurlengia को सिर्फ माध्यमिक शिकारी (mesopredator) बना दिया था। ये छोटे डायनासोर ज़्यादातर छोटे शिकार करते थे और इन विशाल शिकारी प्रजातियों से बचकर रहते थे।

शोधकर्ताओं का मानना है कि जब तक उलुगबेगसॉरस जैसे शिकारी जीवित रहे, टायरानोसॉरस जैसे विशाल डायनासोरों को पूर्ण विकसित होने का मौका नहीं मिला।

विलुप्ति: एक मोड़ जिसने इतिहास बदल दिया

लगभग 89 मिलियन वर्ष पहले, उलुगबेगसॉरस विलुप्त हो गया। इसके पीछे संभावित कारणों में जलवायु परिवर्तन, शिकार की कमी, या प्राकृतिक आपदाएँ हो सकती हैं। इसकी विलुप्ति के बाद ही टायरानोसॉरस जैसे डायनासोरों ने अपना दबदबा बनाना शुरू किया।

डॉ. ज़ेलेनित्सकी के अनुसार,

“इन विशाल शिकारी के गायब होने के बाद ही टायरानोसॉरस को बढ़ने का मौका मिला।”

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