Home » क्या आप भरोसा करेंगे की इंसान के दिमाग में एक क्रेडिट कार्ड जितनी प्लास्टिक भरी है?

क्या आप भरोसा करेंगे की इंसान के दिमाग में एक क्रेडिट कार्ड जितनी प्लास्टिक भरी है?

जब हम समुद्र की बात करते हैं, तो नीले पानी और रंग-बिरंगी मछलियों की तस्वीर दिमाग में आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि समुद्र अब कचरे के ढेर में बदल रहा है? पैसिफिक ओशियन में एक ऐसा कचरे का ढेर है, जो दो पाकिस्तान या तीन राजस्थान जितना बड़ा है। यह सिर्फ एक शुरुआत है—दुनिया भर में ऐसे कई गार्बेज पैच हैं, जो हमारे समुद्रों को नष्ट कर रहे हैं। आइए, इस संकट की गहराई को समझें।

समुद्र में कचरे का पहाड़

2014 की एक रिसर्च के अनुसार, पैसिफिक ओशियन के एक गार्बेज पैच में 5.25 ट्रिलियन प्लास्टिक के टुकड़े हैं, जिनका वजन 269,000 टन है। यह सिर्फ एक पैच की बात है—दुनिया में कम से कम पांच मेजर गार्बेज पैच हैं। इनमें प्लास्टिक के बैग, बोतलें, और मछली पकड़ने के जाल शामिल हैं।

ये प्लास्टिक समुद्री जीवों के लिए जानलेवा हैं। हर साल 10 लाख समुद्री पक्षी और 1 लाख समुद्री स्तनधारी प्लास्टिक खाने, उसमें फंसने, या जहरीले पदार्थों की वजह से मर जाते हैं। एक रिटायर्ड नेवल ऑफिसर विक्टर वैस्कोवो ने समुद्र की सबसे गहरी जगह—11 किमी नीचे—प्लास्टिक के रैपर देखे। यह बताता है कि हमारा कचरा समुद्र की हर गहराई तक पहुंच चुका है।

माइक्रोप्लास्टिक: एक अदृश्य खतरा

प्लास्टिक का असली खतरा माइक्रोप्लास्टिक है—5 मिलीमीटर से छोटे टुकड़े, जो समुद्र में तेजी से फैल रहे हैं। 2017 की एक स्टडी के मुताबिक, 71% समुद्री पक्षी और 30% कछुए के पेट में माइक्रोप्लास्टिक पाए गए। 99% मछलियों में, जो अमेरिकी खाते हैं, माइक्रोप्लास्टिक मौजूद हैं।

यह सिर्फ जीवों तक सीमित नहीं है। एक औसत इंसान हर साल 78,000 से 2,11,000 माइक्रोप्लास्टिक खाने-पीने में निगल लेता है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मेक्सिको की रिसर्च ने पाया कि इंसानी दिमाग में 6-7 ग्राम प्लास्टिक जमा है—एक क्रेडिट कार्ड जितना! भारत में, जहां प्रदूषण नियंत्रण के नियम कमजोर हैं, यह मात्रा और ज्यादा हो सकती है।

भविष्य का खतरा

रिपोर्ट्स बताती हैं कि 2040 तक समुद्र में प्लास्टिक की मात्रा तीन गुना हो जाएगी। यानी, मछलियों से ज्यादा प्लास्टिक समुद्र में होगा। माइक्रोप्लास्टिक नवजात शिशुओं के प्लेसेंटा तक पहुंच चुके हैं, जो बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं। यह संकट सिर्फ समुद्र का नहीं, बल्कि हमारी सेहत और भविष्य का है।

क्या करें?

  • प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करें: रियूजेबल बैग, बोतलें, और स्ट्रॉ का इस्तेमाल करें।

  • रिसाइकल करें: कचरे को सही तरीके से निपटाएं।

  • जागरूकता फैलाएं: अपने दोस्तों और परिवार को इस संकट के बारे में बताएं।

  • नीतियों का समर्थन करें: प्लास्टिक प्रदूषण रोकने वाली नीतियों का समर्थन करें।

समुद्र हमारी धरती का दिल है, लेकिन हम इसे कचरे से भर रहे हैं। डार्क ऑक्सीजन की खोज ने हमें समुद्र की अनोखी दुनिया से रूबरू कराया, लेकिन प्लास्टिक प्रदूषण इसे नष्ट कर रहा है। हमें अभी जागना होगा, वरना हम अपने ही हाथों अपने भविष्य को बर्बाद कर देंगे। आप इस संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं? कमेंट में बताएं !

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shares
Scroll to Top