एक चौंकाने वाली खोज में, वैज्ञानिकों ने कैरेबियन के द्वीपों पर मगरमच्छों की दो नई प्रजातियाँ खोजी हैं। ये मगरमच्छ मेक्सिको के युकाटन प्रायद्वीप के पास कोज़ुमेल द्वीप और बैंको चिनचोरो एटोल पर रहते हैं — और दोनों ही अब विलुप्ति के खतरे का सामना कर रहे हैं।
कैसे हुई इन नई प्रजातियों की खोज?
अब तक वैज्ञानिक मानते थे कि ये सभी मगरमच्छ अमेरिकन क्रोकोडाइल्स (Crocodylus acutus) हैं। लेकिन McGill University के शोधकर्ताओं ने जब मेक्सिको के तटों और कैरेबियन क्षेत्रों में मगरमच्छों का डीएनए अध्ययन किया, तो उन्हें इन द्वीपों के मगरमच्छों में बड़ी आनुवंशिक (Genetic) भिन्नता मिली।
यह दिखाता है कि ये मगरमच्छ असल में अलग-अलग नई प्रजातियाँ हैं!
शोध के प्रमुख लेखक जोसे अविला-सर्वांतेस ने कहा,
“हमें लगा था कि Crocodylus acutus एक ही प्रजाति है जो पूरे क्षेत्र में फैली है। लेकिन नतीजे हमारी उम्मीद से बिल्कुल अलग निकले।”
यह शोध 2025 के जून महीने में Molecular Phylogenetics and Evolution नामक पत्रिका में प्रकाशित होने वाला है।
नई प्रजातियों में क्या अंतर है?
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वैज्ञानिकों ने डीएनए के साथ-साथ शारीरिक बनावट का भी विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि:
बैंको चिनचोरो के मगरमच्छों की नाक लंबी और चौड़ी है।
कोज़ुमेल के मगरमच्छों की खोपड़ी छोटी और अलग आकार की है।
इन शारीरिक विशेषताओं के साथ उनकी डीएनए संरचना भी पूरी तरह अलग पाई गई।
संरक्षण की नई चुनौती
कोज़ुमेल और बैंको चिनचोरो पर मगरमच्छों की आबादी लगभग 500-500 के आसपास है। ये आबादियाँ फिलहाल स्थिर हैं, लेकिन इनका भविष्य खतरे में है।
शहरीकरण, प्रदूषण और पर्यटन जैसे मानवीय गतिविधियाँ उनके प्राकृतिक आवास को नष्ट कर रही हैं।
McGill University के प्रोफेसर हांस लार्सन कहते हैं,
“अब जबकि ये मगरमच्छ अलग प्रजातियाँ मानी जा रही हैं, तो उनके आवासों की रक्षा करना और भी जरूरी हो गया है।
इन नई खोजों से पता चलता है कि हमें द्वीपों और छोटे प्राकृतिक स्थलों की जैव विविधता (Biodiversity) की रक्षा पर ज्यादा ध्यान देना होगा। यदि सही संरक्षण रणनीतियाँ अपनाई जाएं, तो हम इन दुर्लभ मगरमच्छों को विलुप्त होने से बचा सकते हैं।