illustrative image of Inostrancevia
जब हम सोचते हैं प्राचीन काल के खतरनाक जानवरों की, तो सबसे पहले दिमाग में आता है — डायनासोर। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायनासोरों से भी पहले, धरती पर एक ऐसा शिकारी रहता था जो तेज़, ताकतवर और बेहद डरावना था?
इसका नाम था: Inostrancevia (इनोस्ट्रैंसेविया) — एक ऐसा जीव जिसने 25 करोड़ साल पहले की धरती पर राज किया था।
यह जीव कहाँ और कब रहता था?
इनोस्ट्रैंसेविया का जीवन काल था लेट पर्मियन युग (Late Permian Period), यानी डायनासोरों से भी कई करोड़ साल पहले। पहले यह माना जाता था कि यह सिर्फ रूस में पाया गया था। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसके दक्षिण अफ्रीका तक फैलने के प्रमाण खोज लिए हैं।
कैसे बचा यह जीव “महाविनाश” से?
पर्मियन महाविनाश (The Great Dying) करीब 25.2 करोड़ साल पहले हुआ था, जिसमें 90% समुद्री जीव खत्म हो गए और 70% ज़मीनी जीवों का अंत हो गया। पर इनोस्ट्रैंसेविया इस तबाही से बिलकुल बच निकला। वैज्ञानिक मानते हैं कि यह जानवर अपने मूल स्थान से दक्षिण अफ्रीका की ओर चला गया, ताकि बच सके — और वही इसकी सर्वाइवल स्किल्स को दर्शाता है।
यह जीव दिखने में कैसा था?
कद-काठी: लंबाई 10 फीट (नाक से पूंछ तक), ऊंचाई 3 फीट, और वजन करीब 816 किलो!
दांत: इसके शाबर जैसे लंबे दांत (5 इंच तक) होते थे — जो इसकी सबसे बड़ी ताकत थे।
पैर: इसके पैर बेहद लंबे और मजबूत होते थे, जिससे यह तेज़ी से दौड़ सकता था।
खोपड़ी: इसकी खोपड़ी चौड़ी और लंबी होती थी, जिसमें दो बड़े छेद (temporal fenestrae) होते थे — ये जबड़े की ताकत बढ़ाने में मदद करते थे।
यह जीव क्या खाता था?
इनोस्ट्रैंसेविया मांसाहारी शिकारी था। यह अपने तेज़ दांतों से शिकार की खाल को चीर सकता था। इसके जबड़े बहुत ज्यादा खुल सकते थे, जिससे यह एक ही बार में जानलेवा हमला कर सकता था। यह किसी भी जीव के लिए सबसे बड़ा खतरा था।
वैज्ञानिकों को यह कैसे मिला?
पहली बार इनोस्ट्रैंसेविया के कंकाल 1899 से 1914 के बीच रूस के Northern Dvina क्षेत्र में मिले थे। वहां से दो लगभग पूरे कंकाल पाए गए। इन खोजों से पता चला कि यह गोरगोनोप्सिया (Gorgonopsia) नामक एक प्राचीन जीव-समूह से था।
करीब 14 साल पहले, दक्षिण अफ्रीका के Karoo Basin में भी इसके अवशेष मिले। वर्षों की मेहनत के बाद वैज्ञानिकों ने यह पहचान लिया कि ये भी इनोस्ट्रैंसेविया का ही हिस्सा हैं।
क्या ये डायनासोर था?
दिखने में भले ही यह डायनासोर लगे लेकिन यह डायनासोर नहीं था। यह एक खास समूह से संबध रखता था जिसे थेरैप्सिड (Therapsid) या प्रोटो-मैमल (Proto-mammal) कहा जाता था|
इसमें स्तनधारियों और सरीसृपों दोनों की विशेषताएं थीं। और वैज्ञानिक मानते हैं कि इन्हीं में से कुछ जीवों से आगे चलकर आधुनिक स्तनधारी — यानी इंसान जैसे जीव — विकसित हुए।
इनोस्ट्रैंसेविया भले ही डायनासोरों जितना प्रसिद्ध नहीं है, लेकिन यह इतिहास का एक जबरदस्त शिकारी था। यह जीव न केवल पर्मियन विनाश से बचा, बल्कि उसने दूसरे महाद्वीपों तक यात्रा भी की।
यह कहानी हमें दिखाती है कि सिर्फ ताकत नहीं, समय पर सही फैसले लेना और बदलती दुनिया में ढलना भी ज़रूरी होता है — और इनोस्ट्रैंसेविया ने यह बहुत अच्छे से किया।