कनाडा के वैंकूवर द्वीप के पास समुद्र की गहराइयों में एक सक्रिय ज्वालामुखी ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है। इस ज्वालामुखी के चारों ओर हजारों रंग-बिरंगे, विशाल अंडे पाए गए हैं जिन्हें वैज्ञानिकों ने “Mermaid’s purses” यानी “जलपरी के पर्स” का नाम दिया है। ये रहस्यमयी अंडे एक दुर्लभ समुद्री जीव – Pacific white skate – से जुड़े हैं, जो अब तक रहस्य बना हुआ था।
समुद्र की गहराई में छुपा जीवंत ज्वालामुखी
2019 में समुद्री जीवविज्ञानी चेरीस डु प्रीज़ (Cherisse Du Preez) की अगुवाई में हुए एक समुद्री अभियान में यह खोज सामने आई। यह ज्वालामुखी समुद्र की सतह से करीब 0.93 मील नीचे स्थित है और समुद्र तल से करीब 3600 फीट ऊँचा है। शोधकर्ताओं को यह पता चला कि यह ज्वालामुखी गर्म और खनिजों से भरपूर पानी छोड़ता है, जो एक समृद्ध और विविध समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को पनपने का अवसर देता है।
इन अंडों की चौड़ाई 18 से 20 इंच तक है और ये चार वर्षों की लम्बी गर्भावधि के बाद फूटते हैं। ज्वालामुखी की गर्माहट इन अंडों को स्वाभाविक इनक्यूबेटर प्रदान करती है, जिससे अंडों का विकास तेज़ी से होता है।
Pacific white skate जिसे वैज्ञानिक नाम Bathyraja spinosissima से जाना जाता है, 2600 से 9500 फीट की गहराई में पाया जाता है। यह प्रजाति अपने बड़े आकार और समुद्री जीवन के कठिन वातावरण में जीवित रहने की अद्वितीय क्षमता के लिए जानी जाती है। वयस्क स्केट की लंबाई 6.5 फीट तक हो सकती है।
ज्वालामुखीय पारिस्थितिक तंत्र:
शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्वालामुखी के ऊपरी हिस्से की गर्माहट एक तरह का “प्राकृतिक नर्सरी” तैयार करती है, जहाँ युवा स्केट के बच्चों को गहराइयों में उतरने से पहले सुरक्षित विकास का मौका मिलता है। 2018 में गैलापागोस द्वीप के पास भी इसी तरह की घटनाएं देखी गई थीं, जहाँ हाइड्रोथर्मल वेंट्स के पास स्केट अंडे पाए गए थे।
समुद्री जीवन की समझ में एक क्रांतिकारी कदम
यह खोज इस बात को उजागर करती है कि समुद्र के नीचे मौजूद ज्वालामुखीय गतिविधियाँ केवल भूगर्भीय घटनाएं नहीं, बल्कि जैविक जीवन के लिए महत्वपूर्ण आधार हैं। वैज्ञानिकों को इस खोज से यह समझने में मदद मिल रही है कि कैसे समुद्री जीव कठिन परिस्थितियों में अनुकूलन करते हैं और विकास की प्रक्रिया को तेज़ करते हैं।
जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन समुद्र के तापमान और पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित करता है, ऐसे अद्वितीय प्राकृतिक आवासों की रक्षा करना अत्यंत आवश्यक हो गया है। इन ज्वालामुखीय क्षेत्रों को संरक्षित करना समुद्री जैव विविधता को बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है।