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ब्रिटेन में मिले 166 मिलियन साल पुराने डायनासोर के पैरों के निशान

  ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक और रोमांचक खोज हुई है, जो डायनासोर प्रेमियों और paleontologists के लिए बड़ी खबर बन गई है। हाल ही में, इंग्लैंड के ऑक्सफोर्डशायर में एक खदान में 166 मिलियन साल पुराने डायनासोर के पैरों के निशान मिले हैं। ये निशान न केवल डायनासोरों के अस्तित्व को फिर से प्रमाणित करते हैं, बल्कि इस क्षेत्र को डायनासोर हाईवेके नाम से भी मशहूर कर रहे हैं।

क्या मिला?

यह दिलचस्प खोज पिछले साल गर्मियों में हुई जब खदान के कामकाजी लोग गहरे मिट्टी की सफाई कर रहे थे। शुरुआत में, उन्हें यह सिर्फ जमीन में एक उभार सा दिखा, लेकिन जैसेजैसे खुदाई की गई, यह उभार पांच विशेष प्रकार के डायनासोर के पैरों के निशानों का रूप लेने लगा। इन निशानों में कुछ शाकाहारी डायनासोर के थे, जबकि कुछ मांसाहारी डायनासोर के थे। ये निशान मध्य जुरासिक काल के हैं, यानी लगभग 166 मिलियन साल पहले के।

कैसा था जुरासिक काल का ऑक्सफोर्डशायर?

आज का ऑक्सफोर्डशायर जो घास के मैदानों से ढका हुआ है, वह उस समय बहुत अलग था। उस समय यह क्षेत्र आर्द्र जलाशयों और कीचड़ भरे दलदली क्षेत्रों से घिरा हुआ था। यही वह स्थान था जहां डायनासोर अपने पैरों के निशान छोड़ते थे।

आधुनिक तकनीक का योगदान

इस खोज के बाद, वैज्ञानिकों ने न केवल दर्जनों नई तस्वीरें और molds बनाए, बल्कि ड्रोन की मदद से तीन आयामी मॉडल भी बनाए। इस तरह से, अब ये पैरों के निशान भी हमेशा के लिए रिकॉर्ड में हैं, जिन्हें भविष्य में भी अध्ययन किया जा सकता है।

खास निशान और उनकी पहचान

इन पैरों के निशानों में से कुछ मांसाहारी डायनासोर के थे, जिनमें से एक मेगालोसॉरस नामक डायनासोर का था। मेगालोसॉरस लगभग 30 फीट लंबा था और यह अपने पैरों पर चलता था। दिलचस्प बात यह है कि 1824 में, यह पहला डायनासोर था जिसे वैज्ञानिक रूप से नामित और वर्णित किया गया था। इसके अलावा, चार अन्य निशान एक शाकाहारी डायनासोर, संभवत: एक सैटियोसॉरस के थे, जो लंबी गर्दन और पूंछ वाले डायनासोर की श्रेणी में आता है।

न केवल यह पैरों के निशान हमें डायनासोर के अस्तित्व का प्रमाण देते हैं, बल्कि इनसे उनके व्यवहार को समझने में भी मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, एक जगह पर एक शाकाहारी डायनासोर का पैर दूसरे के करीब आ गया, जो यह संकेत हो सकता है कि वह अपने पीछे मुड़कर देख रहा था। यह दृश्य हमे यह सोचने पर मजबूर करता है कि शायद एक मेगालोसॉरस, जो उस समय का सबसे खतरनाक शिकारी था, उस शाकाहारी के पास से गुजर रहा था।

समुद्री जीवन का भी संकेत

इन पैरों के निशानों में वैज्ञानिकों ने समुद्री जीवन के संकेत भी पाए हैं। इसके अंदर ब्राचियापोड्स, गैस्ट्रोपोड्स, बाइवेल्स और इकीनॉयड्स जैसे शेल वाले इनवर्टेब्रेट्स के अवशेष पाए गए हैं, जो इस समय के समुद्र जीवन के बारे में अधिक जानकारी देते हैं।

ब्रिटेन में डायनासोर के पैरों के निशान की यह खोज, न केवल जीवाश्म विज्ञानियों के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह हमें अपने इतिहास के एक अनदेखे हिस्से से भी जोड़ती है। जैसा कि वैज्ञानिक कहते हैं, “यह अभी सिर्फ शुरुआत है,” हम भविष्य में और भी रोमांचक खोजों की उम्मीद कर सकते हैं। डायनासोर के पैरों के निशान, जो एक समय में मिट्टी में दबे हुए थे, अब हमारे पास एक खजाना बनकर आए हैं जो न केवल विज्ञान को समृद्ध करेंगे बल्कि हमारे प्राचीन अतीत की गहराई को भी उजागर करेंगे।

 

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