5 दिसंबर 1872 को, यह शिप अटलांटिक महासागर में खाली मिली, बिना किसी क्रू या यात्रियों के। जहाज पर न तो कोई हिंसा के संकेत थे और न ही कोई बड़ी क्षति। इसका हर हिस्सा सही-सलामत था, लेकिन इसके अंदर कोई इंसान मौजूद नहीं था।
यह जहाज 1861 में कनाडा में “अमेज़न” नाम से बना था। इसकी शुरुआत से ही इसे दुर्भाग्यपूर्ण माना गया। अपने पहले ही सफर में यह दुर्घटना का शिकार हुई, और इसके कप्तान की रहस्यमय मौत हुई। समय के साथ, इसका नाम बदलकर “मैरी सेलेस्ट” रखा गया, और इसे कई मालिकों ने खरीदा-बेचा।
रहस्य का खुलासा: शिप खाली क्यों थी?
जब जहाज को खोजा गया, तो इसके अंदर:
- सभी सामान व्यवस्थित तरीके से रखा हुआ था।
- केवल एक लाइफबोट गायब थी।
- शिप के निचले हिस्से में थोड़ा पानी भरा हुआ था।
- जहाज पर रखा कार्गो, जिसमें शराब के बैरल शामिल थे, सही हालत में था।
प्रमुख थ्योरीज़ (सिद्धांत)
इस रहस्यमय घटना को लेकर कई थ्योरीज़ सामने आईं:
1. तूफान या प्राकृतिक आपदा
कहा गया कि शायद जहाज किसी भयंकर समुद्री तूफान में फंस गया होगा, जिससे डरकर लोग लाइफबोट के जरिए भाग गए हों।
2. शराब का विस्फोट
शिप पर लदी शराब के बैरल से मीथेन गैस का रिसाव हो सकता है। डर के कारण क्रू मेंबर्स ने जहाज छोड़ दिया होगा, लेकिन वे वापस नहीं लौट सके।
3. समुद्री लुटेरों का हमला
कुछ लोगों ने कहा कि शिप समुद्री लुटेरों का शिकार हुआ होगा। हालांकि, जहाज पर हिंसा या चोरी के कोई निशान नहीं मिले।
4. एलियंस या अतिप्राकृतिक शक्तियां
यह थ्योरी काफी चर्चित रही, जिसमें कहा गया कि शायद एलियंस ने क्रू को अगवा कर लिया हो।
“मैरी सेलेस्ट” का रहस्य आज भी अनसुलझा है। यह घटना इतिहास की सबसे चर्चित और रहस्यमय समुद्री घटनाओं में से एक मानी जाती है। क्या हुआ होगा उस दिन? यह सवाल शायद हमेशा के लिए अनुत्तरित रहेगा।