आपको ये जानकर हैरानी होगी कि हाल ही में चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई सीडी टेक्नोलॉजी विकसित की है जो 1.6 पेटाबाइट्स (यानी 16 लाख जीबी) डाटा स्टोर कर सकती है। यह टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस्ड है कि एक सीडी में 10-20 लाख मूवीज फुल एचडी क्वालिटी में आ सकती हैं।
सीडी टेक्नोलॉजी का नया अवतार
पहले सीडीज को पुरानी और बेकार टेक्नोलॉजी मान लिया गया था। लैपटॉप और कंप्यूटर में इसके स्लॉट्स तक हटा दिए गए थे। लेकिन चीन ने इस पुरानी तकनीक को नए आयाम देकर इसे भविष्य की सुपर स्टोरेज डिवाइस बना दिया है।
इतनी बड़ी क्षमता कैसे संभव हुई?
पुरानी सीडीज में डाटा स्टोर करने का तरीका फ्लैट्स और पिट्स (छोटे खांचे) का उपयोग था। इन खांचों पर लेजर लाइट की मदद से डाटा रिकॉर्ड किया जाता था। लेकिन इसमें एक सीमा थी—इन खांचों को बहुत ज्यादा छोटा नहीं बनाया जा सकता था। चीन के वैज्ञानिकों ने इस सीमा को तोड़ते हुए माइक्रो और नैनो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया, जिससे सीडी की स्टोरेज क्षमता हज़ार गुना बढ़ गई।
क्यों ज़रूरत पड़ी इस तकनीक की?
आधुनिक स्टोरेज डिवाइस, जैसे हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव, और क्लाउड स्टोरेज, के भी अपनी सीमाएं हैं। इनके साथ सिक्योरिटी और लॉन्ग-टर्म डाटा स्टोरेज की दिक्कतें सामने आ रही थीं। नई सीडी टेक्नोलॉजी इन समस्याओं का हल प्रदान कर सकती है।
फिलहाल इस सीडी का उपयोग बड़े डाटा सेंटर और रिसर्च प्रोजेक्ट्स के लिए होगा। आम उपभोक्ताओं के लिए इसे सुलभ बनाने में थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन टेक्नोलॉजी के विकास और लागत में कमी आने के साथ, यह भविष्य में हर किसी की पहुंच में होगी।
एक बार फिर सीडी का कमबैक
यह नई सीडी टेक्नोलॉजी न सिर्फ स्टोरेज इंडस्ट्री को बदलने की ताकत रखती है, बल्कि यह दिखाती है कि पुरानी तकनीकों को नकारने के बजाय उन्हें नई सोच के साथ कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।